शब्द का अर्थ
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					धारी (रिन्) 					 :
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					वि० [सं०√धृ+णिनि] १. धारण करने वाला। जैसे—शस्त्रधारी। २. पहनने वाला। जैसे—खद्दर धारी। ३. जिसकी धारणा शक्ति प्रबल हो। ४. ऋण लेनेवाला। ५. ग्रंथों आदि का तात्पर्य समझानेवाला। वि० [हिं० धार] १. किनारदार। २. तेजधारवाला।a स्त्री० [सं० धार] १. एक ही सीध में दूर तक गई हुई रेखा या लकीर। २. किसी एक रंग के तल पर खींची हुई किसी दूसरे रंग की सीधी रेखा। जैसे—कपड़े या कागज पर की धारियाँ। पद—धारीदार। ३. धातुओं, वनस्पतियों आदि में दिखाई देनेवाली (नसों की तरह की) लंबी रेखा। (वीन) ४. झुंड। दल। फौज। सेना। ६. जलाशय के किनारे बना हुआ पुश्ता या बाँध। पुं० १. एक प्रकार का वर्णवृत्त जिसके प्रत्येक चरण में पहले तीन जगड़ और तब एक यगड़ होता है। २. पीलू का पेड़। ३. दे० ‘धारि’।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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